How to start import export business
How to start import export business
क्या आप जानना चाहते हैं ? तो अवश्य पढ़ें
Introductions--
अक्सर हम सुनते हैं import और
export business के बारे में। लेकिन जब हम करना चाहते हैं तब
हमें लगता है कहां से शुरू करें और कैसे शुरू करें। आज इसी टॉपिक के बारे में इस
पोस्ट में बातें करेंगे।
नमस्कार दोस्तों, मैं हूं दीपक बर्मन और आज हम बात
करेंगे Import export business के बारे में। कैसे
शुरू करेंगे और क्या-क्या Documents की जरूरत है। और इन सारे डॉक्यूमेंट को कैसे अप्लाई करें। क्या क्या रूल होता है। और क्या विदेश व्यापार में पैसा डूबता हैं ? इन सारे question का जवाब आइए जान लेते हैं।
पहले जानते हैं Import और Export होता क्या है? - अपने देश से बाहर जॉब कोई सामान दूसरे देश में चला जाता है,उसे Export कहा जाता है। लेकिन जब दूसरे देश से goods या service
अपने देश में जब आते है, उसे Import कहा जाता
है। लेकिन Custom act 1962के मुताबिक
जो वस्तु 12 Nautical mile जब ship cross कर लेगा, तब ही Export माना जाएगा। दूसरी ओर
12 Nautical mile जब कोई ship अपने country में Entry कर लेगा , तभी Import माना जाएगा।
आप जान लेते हैं Import export business शुरू करें तो कहां से शुरू करें। step by step जान लेते हैं।
1. Select organisation:
Import export business
शुरू करने से पहले आपको select करना
होगा business organisation को।
आप Sole
proprietorship से ही शुरू कर सकते हैं या आप Partners मिलकर शुरू करना चाहते हैं तो आप Partnership form से start कर
सकते हैं। या अगर
आप बरा करके करना चाहते हैं तो आप Company बना कर भी कर सकते
हैं। लेकिन मैं आपको Recommend करूंगा , शुरू में आप Sole proprietorship या Partnership को चुन लें।
2. Obtaining PAN:
PAN (Permanent account number) card एक Important document है। हर Person
के लिए चाहे वह Individual हो या Company
या Co-operative. आपके पास PAN card नहीं है तो आप बनवा लीजिए N.S.D.L Website पर जाकर apply कर सकते हैं या फिर कोई Third party agent से भी थोड़ा सा पैसे देकर बनवा सकते हैं। अगर आपका PANT Cart है तो अच्छी बात है। और आपका कंपनी है तो Companyका PAN Card Import export business के लिए Other Document बनवाने
में लगेगा।
3. Open a bank account:
आपको एक Current
account bank मैं open करना होगा। किसी भी Bank से जिसमें Foreign exchange मैं deal हो। क्योंकि हर Bank
foreign exchange मैं Deal
नहीं करते। इसलिए Current account openकरने से पहले आपको Bank की Details जानना होगा। वह Bank क्या
क्या Service provide करता है और Foreign exchange मैं Deal करता है या नहीं। इसके
अलावा Account का charge कितना है। और minimum balance
requirement कितना है। यह सब जरूर जान लीजिए।
Account open करने में क्या क्या Document
लगेगा इसके बारे में जान
लेते हैं।
- Passport size photo
- PAN card का copy
- Aadhar card और Identy card का copy
4. Obtaining IEC:
यह Document export import business का सबसे Important है। इसके
बिना आप Export import business नहीं कर सकते हैं। यह Document आपको DGFT (Directorate General of Foreign Trade ) से प्राप्त करना होगा। अगर
आप जानना चाहते हैं IEC (Import Export Code) कैसा दिखता है, तो मैं नीचे मेरा IEC का photo copy दे रहा हूं आप देख सकते हैं।
![]() |
| iec license |
इस document
को आपको बनवाने के लिए आपको चाहिए
- PAN card का copy
- Aadher card का copy
- Identy card का कॉपी और
- Bank statement या फिर Cancel cheque
अगर आप Import export business सीखना चाहते हैं तो आप नीचे Comment मैं लिखें।
5. Obtaining RCMC
IEC लेने के बाद आपको RCMC (Registration
Cum Membership Certificate) यह Document बनवाना पड़ेगा। Export import
business मैं Help and guidance लेने के लिए। RCMC Certificate depend करता है आपके Product के ऊपर। अगर
आप Agricultural product जैसे Vegetable , Fruit , दाल आदि
मैं deal करते है तो
आपको Apeda registration करना होगा l और अगर आप Garment product पे deal आपको Apparel पे Registration करना
होगा। अगर आप multiple
product export करना चाहते हैं तो आपको FIO(Federation of Indian export Organisation)से Membership लेना होगा। और बाकी single product पर आप चाहे तो chamber
of commerce या फिर export promotion cuncil से
membership ले सकते हैं।
6. Select of product:
यह Step बहुत ही Important
है। आप विदेश व्यापार करना तो चाहते हैं लेकिन
आप कौन कौन सी प्रोडक्ट Export करेंगे या Import करेंगे ?
![]() |
| how to select product for export |
इसलिए Product selection बहुत ही जरूरी Step है। अगर आप
निर्यात करना चाहते हैं तो मैं आपको Suggest करूंगा आप वही प्रोडक्ट
चुन ले जो आपकी Area मैं आसानी से मिलता है और उस प्रोडक्ट के बारे में थोड़ा बहुत आपके पास Knowledge
हो। क्योंकि प्रोडक्ट का Knowledge होना बहुत ही जरूरी है। नहीं तो
आपका नुकसान भी हो सकता है। और ऐसे प्रोडक्ट भी ना चुने जो Government
से रथ किया गया हो। Custom act 1962 के
मुताबिक 3 तरह के प्रोडक्ट
या goods होता है Import export market मैं।
- Prohibited goods
जो ना तो Export किया जाता है, ना तो Import किया
जाता है। इसे Smuggling कहा जाता है। अगर आप इस Type की Goods export या Import करेंगे तो आपको Smuggler कहां जाएगा और Low के मुताबिक आपको साजा भी मिल सकता
है। दूसरा होता है
- Specified goods
जो Import तो किया जाता है लेकिन Export नहीं किया जाता है। और तीसरा
- Notified goods
जो Import नहीं
किया जाएगा लेकिन Export किया जाता है।
7. Selection of market:
मान लेते
हैं आप Product तो Select कर लिया लेकिन इस Product को कौन
से देश में जरूरत है इसलिए आप को Market भी Select करना होगा जैसे Dubai मैं Vegetable की बहुत जरूरत होते हैं क्योंकि
वहां की मिट्टी में Vegetable नहीं होती। इसलिए भारत से Vegetable export होता है Dubai मैं।
वैसे ही US मैं Basmati rice ज्यादा Export होता है India से। मेरे कहने
का मतलब है आपको Select हुए Product, जिस
देश में कमी है उसी देश का Market को Select करें। कैसे Select करें अगर आप जानना चाहते हैं तो नीचे Comment कीजिए।
8. Fine buyers :
फिर आपका
और एक Important step आता है Buyer fine करना। आप
मान लो Goods select किए हो,Market भी Select किया। लेकिन आप जो माल बिकेंगे आप किसको बिकेंगे इसलिए Buyer fine करना होगा। इसके लिए बहुत सारे Process है Online और Offline.
Online मैं
आप B2B portal और Website के माध्यम से
अथवा Web browsing और Effective tools के
माध्यम से आप Buyer ढूंढ सकते हैं। और Offline मैं Participation in trade fairs, face to
face buyerसे मिलके और Exhibitions से Buyer
fine कर सकते हैं। इसके अलावा आप Export
promotion cuncil
या Chamber of commerce से
भी सहायता ले सकते हैं Buyer fine करने में।
9. Sample:
Buyer जॉब आपको मिल जाता है तब आपको उन्हें Goods
की Sample भेजना है। क्योंकि इसलिए आपकी Product
उनको पसंद आ जाए और आपकी प्रोडक्ट खरीद ले।
10. Communication:
Lest step है Communication अर्थात बातचीत आप प्रोडक्ट भी Select
कर लिया Market भी Buyer भी Fine किया और Sample भी
भेजा लेकिन अगर आप Communication अच्छे से नहीं कर पाए तो
आपका सब फेल हो जाएगा। क्योंकि आपको Buyer को भरोसा दिलाना
पड़ेगा आपके बातों से। आपका Product कैसा है कैसा नहीं है। और अच्छे दाम में भी मिल रहा है। वैसे ही
आपको Buyer की Brain से खेलना होगा लेकिन एक बात दोस्तों, आपके प्रोडक्ट भी अच्छा होना चाहिए Buyer
के Need के मुताबिक।
आपको यह जानकारी कैसी लगी कमेंट में लिखें। अगर अच्छी लगी तो लाइक और शेयर जरूर कीजिएगा। इसी तरह हो की पोस्ट पढ़ने के लिए हम से जुड़े रहने के लिए हमें फॉलो करें -
Thank you
IEC




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