Sole Proprietorship Business

Sole Proprietorship Business 

 क्या आप जानना चाहते हैं ? इसके advantage और disadvantage और registration process के बारे में।  




नमस्कार दोस्तों मैं हूं दीपक बर्मन और आज हम बात करेंगे sole proprietorship यानी  एकक  स्वामित्व बाली फॉर्म केadvantage और dis advantage के बारे में और हम यह भी बताएंगे sole proprietorship firm registration करेंगे कैसे .
 पहले शुरू करते हैं proprietorship की advantage के बारे में। 


Advantage ----

how to register a business in india
how to register proprietorship 


1.    Small  size and easy to form:


Sole proprietorship organisation form    स्थापन करना बहुत ही आसान है। यह बिजनेस ऑर्गेनाइजेशंस मैं सबसे छोटा और पहला फार्म होता है।  इसमें कोई legal formalities  नहीं है इसलिए इसे रन करना और स्टार्ट करना बहुत ही आसान होता है। और  इस फॉर्म को आप जब चाहे बंद भी कर सकते हैं। 

2. Personal touch:


Sole proprietorship form मैं बिजनेस का owner  बिजनेस को खुद चलाता है इसलिए इसमें कस्टमर के साथ ओनर का personal touchरहता है।  एक रिलेशन रहता है। जैसे कोई दुकानदार  से अगर आप हर रोज कोई सामान लेते हैं तो दुकानदार आपको कभी-कभी सामान उधर भी दे देते हैं।  आप क्या क्या समान लेंगे दुकानदार को पहले से भी पता रहता है।  आपको भी पता रहता है दुकानदार के बारे में।  तो यहां पर एक पर्सनल टच होता है proprietor और customer के बीच। पर्सनल टच में बिजनेस  मैन को पता होता है आपका जरूरत क्या है और उस हिसाब से बिजनेस चेंज भी किया जा सकता है। लेकिन कंपनी के केस में ऐसा नहीं होता है। 

3.  Independent:


Sole proprietorship organisation मैं सब कंट्रोल रहता है proprietor के हाथ में।  क्योंकि यह एक व्यक्ति से चलता है और इसमें कोई रूल नहीं है।  इसलिए  proprietor जब चाहे काम कर सकता है और जब चाहे बंद भी कर सकता है।  यह totally independent है। 

4. Profit:

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Proprietorship business मैं जितना भी प्रॉफिट होंगे  सारे के सारे प्रॉफिट proprietor के होंगे। 
यह तो जाहिर सी बात है जब बिज़नेस भी खुद का मालिक भी खुद है। लेकिन कंपनी में अपने profit से सैलरी भी देनी होती हैं अपने employee को। और turnover  तीन सारे तीन lake से कम होने से कोई income tax भी नहीं देना पड़ता हैं।

5. Direct incentive:


Sole proprietorship businessमैं proprietor जितना मेहनत करेगा उतना ही उनको reward मिलेगा।  यह है इसमें advantage. अगर  आप नौकरी करते हैं तो  आप ज्यादा मेहनत करेंगे तो आपको ज्यादा इनकम नहीं मिलेगा आपका जितना फिक्स सैलेरी है उतना ही मिलेगा। 

6. Flexibility:



Proprietorship business मैं proprietor  सब  डिसिशन खुद लेता है क्योंकि इसमें कोई कंपनी के  तरह ग्रुप नहीं है।  इसलिए डिजिटल भी फास्ट होता है।  इसलिए फर्स्ट होता है।  मान लेते हैं अगर आप अकेले है तो आप को फैमिली में कोई भी काम के लिए आप quick decision लहंगे।  लेकिन अगर आप  ग्रुप में होंगे तो आपको आपका फैमिली में जितना भी मेंबर्स है उनका राय लेना होगा। लेकिन राय में कोई  हां कहेगा और कोई  ना भी कह सकता है इसलिए ग्रुप में डिसिशन लेने में लेट होता है कंपनी की तरह। 

7. Secrecy:


Sole proprietorship businessमैं बिजनेस की secrecy बहुत ही important है।  वैसे तो हर बिजनेस में सिक्रेसी रहता है।  सिक्रेसी रहने के लिए ही बिजनेसमैन ज्यादा प्रॉफिट कामाता है।  क्योंकि बिजनेसमैन को कितने में प्रोडक्ट ला रहा है।  कितना प्रॉफिट कमाता है।  कहां से प्रोडक्ट लाते हैं।  रेवेन्यू क्या है   यह सब बताना नहीं पड़ता है।  लेकिन कंपनी में secrecy  पब्लिक  के पास पेश करना पड़ता है।  चाहे न्यूज़पेपर में और चाहे टेलीविजन में । 
Proprietorship business  का तो advantageके बारे में जान लिया। आब जान लेते हैं इस बिजनेस का disadvantage के बारे में। 

Disadvantage----

1.  Limited:

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यह बिजनेस लिमिटेड है। अगर आपका बिजनेस बहुत ही ग्रो कर रहा है फिर भी आप इसे ग्रो नहीं कर पाएंगे।  क्योंकि यहां पर लिमिटेड है। आप चाहे  ग्रो करने तो आपको पार्टनरशिप में कन्वर्ट करना होगा।  नहीं तो कंपनी में। 

2. Unlimited liability:


 इस ऑर्गेनाइजेशंस का सबसे बड़ा disadvantage है unlimited liability. अगर आप बिजनेस खराब चल रहा  है या बिजनेस में loss हुई हो और आपका बिजनेस पूरी तरह डूब गया और आप लोन  या किसी से उधार ले लिया हो इनको चुकाने के लिए आपका बिजनेस का asset से भी पूरा नहीं हो रहा है तो आपका पर्सनल एसेट यानी आपका व्यक्तिगत संपत्ति बैच के भी कर्ज़ चुकाना परेगा। यही है इसका सबसे बरा डिशएडवांटेज। 

3. Limited skill:


 इसमें एक ही व्यक्ति  बिजनेस को रन करना पड़ता है इसलिए उसको ज्यादा managerial skill developकर पाना मुमकिन नहीं होता है। क्योंकि यहां पर men power कम होता है इसलिए grow भी कम होता है। 

4. Limited life:


इस  बिजनेस में आगर proprietor का dead हो गया या दूसरे कारणों से कुछ हो गया तो यह बिजनेस ज्यादातर बंद होने की changes रहता है। 


Proprietorship क्या है? इसकाadvantage और disadvantage क्या है? हम आज इस पोस्ट में जान चुके हैं। 
  आब  जानेंगे इसका legal formalities क्या है? low के नजर से इसमें कोई minimum investment की आवश्यकता नहीं है। आप चाहे तो दो हजार से भी स्टार्ट कर सकते हैं या  दो लाख से  भी स्टार्ट कर सकते हैं। 

आब important part है हम अपने proprietorship form को registration कहां से करवाएं?
Proprietorship formको कहीं भी registration करवाने की जरूरत नहीं है।  मैं पहले भी बता चुका हूं। लेकिन इसमें problem आता है bank account open करने में। problem है जैसे मान लीजिए मेरा फ्रॉम का नाम है
DSK enterprise. अगर मैं इस नाम से current account open करने के लिए  बैंक जाऊंगा तो बैंक वाले इस नाम से कोई account open करके नहीं देगा।  government registration copy  मांगेगा।  और जब तक में कोई legal document नहीं दिखाऊंगा इस नाम से तब तक बैंक वाले अलाउड नहीं करेगा। कोई लोग बोलेंगे अपना पैन कार्ड से रजिस्ट्रेशंस करवाएंगे।  लेकिन दोस्तों proprietorship का कोई PAN Card नहीं होता proprietor   का PAN Card ही proprietorship formका PAN Card अर्थात आपका PAN Card ही आपका   form का पैन कार्ड।  लेकिन इसमें तो आपका नाम है, आपका form का  तो नाम नहीं हैं। तो क्या हमारे बैंक अकाउंट ओपन नहीं होगा? Of course  होगा इसके लिए बहुत सारे रास्ते हैं-----जैसे -----

1.  GST registration,
2. Shop and establishment registration.
3. Trade name mentioned in income tax return
4. MSME
5. Gamasta licence

आब आता है हमारे proprietorship form  नाम  कैसे रखें?
 इसमें दोस्तों कंपनी के   तरह कोई low नहीं है। नाम रखने के लिए आप जो चाहे आप रख सकते हैं.
 जैसे
Anu garment enterprise ,
Aditya  Traders, 
Priya Dresses अदि 

 
sole proprietorship meaning
sole proprietorship examples



 लेकिन दोस्तों आप ऐसी नाम ना चुने जो ट्रेडमार्क रजिस्ट्रेशन पहले से किए गए हो। जैसे टाटा, रिलायंस आदि क्योंकि इसमें आपको बात में प्रॉब्लम आ सकता है और इसी नाम से अगर आप जीएसटी रजिस्ट्रेशन करेंगे तो जीएसटी डिपार्टमेंट आपको एलाऊ नहीं देंगे। आप जो नाम ले रहे है आप   उस नाम को ट्रेड  मार्क का साइट पर जाकर चेक  कीजिएगा जरूर। 
  अब बाद आते हैं प्रोफेशनल के जैसे डॉक्टरएडवोकेट, चार्टर्ड अकाउंटेंट आदि

 इस तरह के जो वोकेशनल होते हैं वह कैसे रजिस्ट्रेशन करवाएं आपने फ्रॉम को कैसे बैंक में करंट अकाउंट अपन करवाएआइए जानते हैं। 

 इनको रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कहीं से भी सर्टिफिकेट जुगाड़ करने की जरूरत नहीं है इनको अपने ही इंस्टीट्यूट से जहां पर courses complete  किया है वहां से जो सर्टिफिकेट मिलता है उसी से ही proprietorship form registration कर सकते है। 



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                                                                                                   Thank you 



                                                           

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